भारत की नदियाँ – Bharat ki Nadiya

आज के आर्टिकल में हम भारत की नदियों(Bharat ki Nadiya) के बारे में महत्त्वपूर्ण तथ्यों को पढेंगे।

भारत की नदियाँ – Bharat ki Nadiya

  • भारत की पवित्र नदी कौनसी है – गंगा
  • गंगा को बांग्लादेश में किस नाम से जाना जाता है – पद्मा
  • गंगा एवं ब्रह्मपुत्र की संयुक्त जलधारा किस नाम से जानी जाती है – मेघना
  • भारत की कौन-सी नदी सुंदरवन डेल्टा बनाती है – गंगा व ब्रह्मपुत्र
  • सांगपो नदी किस राज्य से होकर भारत में प्रवेश करती है – अरुणाचल प्रदेश
  • तवा किसकी सहायक नदी है – नर्मदा
  • किस नदी को ‘बिहार का शोक’ कहा जाता है – कोसी
  • कौन-सी नदी ‘बगाल का शोक’ कही जाती है – दामोदर नदी
  • कौन-सी नदी भ्रंश द्रोणी से होकर बहती है – नर्मदा
  • हाल ही में केंद्र सरकार ने किस नदी को राष्ट्रीय दर्जा देने की घोषणा की है – गंगा
  • प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी कौन-सी है – गोदावरी
  • भारत में बहने के अनुसार भारत की सबसे लंबी नदी कौन-सी है – गंगा
  • कावेरी नदी कहाँ गिरती है – बंगाल की खाड़ी में
  • पंजाब के निर्माण में सबसे महत्वपूर्ण नदी कौन-सी है – सिंधु
  • कौन-सी नदी पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में गिरती है – नर्मदा
  • कौन-सी दो नदियों की लंबाई लगभग समान है – सिंधु (2880 किमी) व
    ब्रह्मपुत्र (2900 किमी)

भारत की नदियाँ – Bharat ki Nadiya

  • कावेरी जल विवाद किन राज्यों के बीच है- कर्नाटक और तमिलनाडु
  • किस नदी को वृहद् गंगा के नाम से जाना जाता है – गोदावरी
  • कौन-सी नदी अपना मार्ग बदलने के लिए प्रसिद्ध है – कोसी
  • कौन-सी नदी ‘कपिल जलधारा प्रपात’ का निर्माण करती है – नर्मदा
  • कौन-सी नदी ‘ओड़िशा का शोक’ कही जाती है – ब्राह्मणी
  • वैन गंगा और पैन गंगा किस की सहायक नदी हैं – गोदावरी
  • इंडोब्रह्मा है  – पौराणिक नदी
  • किस नदी पर सबसे लंबा सड़क पुल है – गंगा
  • कौन-सी नदी विश्व का सबसे बड़ा द्वीप ‘मजुली’ बनाती है – ब्रह्मपुत्र
  • नर्मदा नदी का अधिकांश भाग भारत के किस राज्य में बहता है – मध्य प्रदेश
  • नदियों को जोड़ने की योजना किसके शासन काल में प्रस्तातिव हुई – राजग सरकार
  • कौन-सी नदी रिफ्ट घाटी से होकर बहती है –  ताप्ती
  • कौन-सी नदी पर भारत व पाकिस्तान का जल समझौता हुआ – सिंधु
  • सिंधु समझौते के अनुसार भारत सिन्धु नदी के कितने % जल का प्रयोग कर सकता है – 20%
  • प्रायद्वीपीय नदियों का उत्तर से दक्षिण की ओर क्रम क्या है – महानदी, गोदावरी, कृष्णा, पेन्नार, कावेरी एवं वैगाई
  • कौन-सी नदी भारत के केवल जम्मू-कश्मीर राज्य से होकर बहती है – सिंधु नदी
  • पंचगंगा तथा दूधगंगा किसकी सहायक नदियाँ है – कृष्णा नदी

भारत की नदियाँ – Bharat ki Nadiyan

  • दामोदर नदी कहाँ से निकलती है – छोटा नागपुर के पठार से
  • दक्षिणी भारत के पठारी प्रदेशों को कौन-सी नदी दो भागों में विभाजित
    करती है – नर्मदा नदी
  • शिप्रा नदी किसकी सहायक नदी है – चंबल नदी
  • भारत की कौन-सी नदी का मुहाना एवं उद्गम स्थल दोनों भारत में ही है – दक्षिण की ओर
  • किस नदी के किनारे पर प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर है – नर्मदा नदी
  • विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा किन नदियाँ द्वारा निर्मित होता हैं – गंगा एवं ब्रह्मपुत्र द्वारा
  • किस स्थान पर भागीरथी और अलकनंदा मिलकर गंगा का निर्माण
    करती है – देवप्रयाग में
  • अरावली पर्वत श्रृंखला किस नदी प्रणाली से विभाजित होती है – चंबल एवं साबरमती
  • लूनी नदी कहाँ गिरती है – कच्छ का रन
  • तिब्बत में मानसरोवर झील के पास से कौन-सी नदियां निकलती
    हैं – सतलज, सिंधु, ब्रह्मपुत्र
  • कौन-सी मुख्य प्रायद्वीपीय नदियां डेल्टा का निर्माण नहीं करती हैं – नमर्दा एवं ताप्ती
  • कौन-सी नदी बांग्लादेश में जमुना के नाम से जानी जाती है – ब्रह्मपुत्र
  • किस नदी को दूसरी गंगा के नाम से जाना जाता है – कावेरी नदी को
  • पेन्नार की सहायक नदियाँ कौन-सी है – पापाधनी एवं चित्रावती

भारत की प्रमुख नदियाँ – Nadiyon ke Naam

सतलज नदी

इसका उद्गम स्थल मानसरोवर के निकट राक्षसताल है, जो समुद्र तल से 5000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह नदी होशियारपुर (पंजाब) जिले की सीमा पर शिवालिक पर्वत श्रृंखला को काटती हुई दक्षिण की ओर मुङ जाती है और पंजाब के मैदानी भाग में प्रवेश करती है। व्यास के संगम तक इसकी दिशा पश्चिम की ओर रहती है। लुधियाना और फिरोजपुर नगर इसी के किनारे स्थित है। यह नदी भारत में 1,050 किलोमीटर लम्बी है और इसका अपवाह क्षेत्र 24, 987 वर्ग किलोमीटर है।

सिन्धु नदी

इसकी उत्पत्ति तिब्बत में 5,180 मीटर की ऊँचाई पर मानसरोवर झील के पास से होती है। यह नदी पश्चिम, उत्तर-पश्चिम दिशा में करीब 320 किमी बहकर जम्मू-कश्मीर के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करती है। ऊपरी क्षेत्रों में विशाल गार्ज का निर्माण करती हुई कैलाश पर्वतमाला को कई बार पार करती है। इसकी सहायक नदियाँ सतलज, व्यास, रावी, चिनाब और झेलम मिलकर पंचनद बनाती हैं जो मेथनकोट के निकट सिंधु से मिलती है। इसकी लम्बाई 2,900 किलोमीटर है।

रावी नदी

इसका उद्गम स्थान कांगङा जिले में हिमालय के रोहतांग दर्रा के निकट है। डलहौजी के समीप दक्षिण-पश्चिम की ओर मुङ जाती है और झंग जिले की सीमा पर चिनाब की सहायक बनकर उसमें मिल जाती है। इसकी लम्बाई 720 किलोमीटर व अपवाह क्षेत्र 5,957 वर्ग किमी है।

व्यास नदी

इसका भी उद्गम स्थान रोहतांग दर्रा के निकट समुद्र तल से 4,330 मीटर की ऊँचाई पर है। मण्डी नगर के निकट उत्तर-पश्चिम की ओर मुङकर होशियारपुर जिले की सीमा पर शिवालिक की पहाङियों के पास पहुँचती है और हरिके के पास यह सतलज में मिल जाती है। इसकी कुल लम्बाई 625 किलोमीटर है। इसका अपवाह क्षेत्र 25,900 वर्ग किलोमीटर है।

झेलम नदी

यह नदी कश्मीर में बेरनाग से निकलकर 112 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम दिशा में बहती हुई बूलर झील में मिलकर बारामूला के आगे 2,130 मीटर की गहराई में बहती है। इस पर शिकारा और बजरे अधिक चलाए जाते हैं। इसकी कुल लम्बाई 400 किलोमीटर है। इसका अपवाह क्षेत्र 28,490 वर्ग किलोमीटर है।

चिनाब नदी

यह नदी लाहुल में बरालाचा दर्रे की विपरीत दिशा में 4,900 मीटर की ऊँचाई से चन्द्रा और भागा नामक दो नदियों के रूप में निकलती है। भारत में यह नदी 1180 किलोमीटर बहती है। इसका अपवाह क्षेत्र 26,753 वर्ग किलोमीटर है।

गंगा नदी

इसका उद्गम गोमुखी हिमानी से है, जो गंगोत्री के पास समुद्र तल से 5165 मीटर से अधिक ऊँचाई पर स्थित है। इस नदी का नाम गंगा तब पङता है जब इसके दो नदी शीर्ष-अलकनंदा एवं भागीरथी आकर देवप्रयाग में मिलती है। दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम दिशा का अनुसरण करते हुए गंगा हरिद्वार के पास पहाङों से नीचे उतरती है। यह नदी हरिद्वार से पहले दक्षिण और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर प्रवाहित होती है। इलाहाबाद के निकट इसमें यमुना नदी आकर मिल जाती है। जिसे संगम के नाम से जाना जाता है।

यहाँ से यह पूर्व की ओ अपना मार्ग बनाती है तथा आगे चलकर गाजीपुर के निकट इसमेें गोमती और बलिया के निकट घाघरा नदी आ मिलती है। पटना के पास पहुंचकर सोन नदी तथा कुछ आगे चलकर गण्डक और कोसी नदियाँ भी इसमें आकर मिल जाती हैं। फरक्का के बाद गंगा की मुख्य धारा पूर्व एवं दक्षिण-पूर्व की ओर बहती हुई बांग्लादेश में प्रवेश करती है। यहाँ इसे पद्मा के नाम से जाना जाता है।

बांग्लादेश में चन्दनपुर के पास समुद्र में मिलने से पहले पद्मा नदी ब्रह्मपुत्र नदी से मिलती है। जिसने वहां पर यमुना एवं मेघना कहते हैं। भारत में इसका अपवाह क्षेत्र लगभग 9,51,600 वर्ग किलोमीटर है।

इसके किनारे हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, मुंगेर, मुर्शिदाबाद आदि महत्त्वपूर्ण नगर स्थित हैं। इसकी कुल लम्बाई 2,510 किलोमीटर है।

यमुना नदी

इसका उद्गम स्थान यमुनोत्री हिमखण्ड है जो बन्दरपूँछ के पश्चिम ढाल पर स्थित है। यह नदी एक वृहत्चाप का निर्माण करती है। इलाहाबाद में गंगा से मिलने तक इसकी लम्बाई 1,375 किलोमीटर है। चम्बल, केन, बेतवा, सिंधु आदि इसकी सहायक नदियाँ हैं। दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा आदि नगर इसके किनारे स्थित है। इसकी कुल लम्बाई 1,300 किलोमीटर है।

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