आज के आर्टिकल में हम श्री बाबा रामदेव चालीसा(Shree BaBa Ramdev Chalisa) को पढेंगे। रामदेव चालीसा के साथ रामदेव दोहा, आरती और चौपाई को भी पढेंगे।
Ramdev Chalisa – श्री बाबा रामदेव चालीसा
बाबा रामदेव चालीसा के सुबह रोज पढने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। भगवान विष्णु के अवतार रामदेव पीर बहुत ही दयालु हैं। बाबा रामदेव को उनके अनुयायी बाबा राम सा पीर के नाम से भी बुलाते है । बाबा से मन्नत मांगने से कोई भी उनके पास से खाली हाथ नहीं जाता है। रामदेव चालीसा (BaBa Ramdev Chalisa) को रोज पढ़ने बाबा का आशीर्वाद जरूर मिलता है। जय राम सा पीर की जय हो ।
श्री रामदेव चालीसा – Shree BaBa Ramdev Chalisa
।। दोहा ।।
श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गनेश मनाय।
कथूं रामदेव विमल यश, सुने पाप विनशाय।।
द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार।
अजमल गेह बधावणा, जग में जय जयकार।।
।। दोहा ।।
जय जय जय प्रभु रामदेव, नमो नमो हर बार ।
लाज रखो आप भक्त की, हरो पाप का भार ।
दीन बंधु किरपा करो, मोर हरो संताप ।
स्वामी तीनों लोक के, हरो क्लेश और पाप ।
चौपाई:
जय – जय रामदेव जय कारी । विपदा हरो आप आन हमारी ।।
आप हो सुख सम्पत्ति के दाता । भक्त जनों के भाग्य विधाता ।।
बाल रूप अजमल के धारा । बनकर पुत्र सभी दु:ख टारा ।।
दुखियाे के आप हो रखवाले । लागत आप उन्हीं को प्यारे ।।
आपही रामदेव प्रभु स्वामी । घट घट के हो अन्तर्यामी ।।
आप हो भक्तों के भयहारी । मेरी भी सुध लो अवतारी ।।
जग मे नाम तुम्हारा भारी । भजते घर घर सब नर-नारी ।।
दु:ख भंजन है नाम तुम्हारा । जानत आज सकल संसारा ।।
सुन्दर धाम रूणेचा स्वामी । आप हो जग के अन्तर्यामी ।।
कलयुग मे प्रभुजी आप पधारे । अंश एक पर नाम है न्यारे ।।
आप हो भक्त जनो के रक्षक । पापी दुष्ट जनों के भक्षक ।।
सोहे हाथ आपके भाला । गले मे सोहे सुन्दर माला ।।
आप सुशोभित अश्व असवारी । करो किरपा मुझ पर अवतारी ।।
नाम तुम्हारा ग्यान प्रकाशे । पाप अविधा सब दु:ख नाशे ।।
आप भक्तों के भक्त तुम्हारे । नित्य बसो प्रभुजी ह्रदय हमारे ।।
लीला अपरम्पार तुम्हारी । सुख दाता भव भंजन हारी ।।
निबुद्धि भी विद्या पावे । रोगी रोग बिना हो जावे ।।
पुत्र – हीन सुसन्तान पावे । सुयश ग्यान करि मोद मनावे ।।
दुर्जन दुष्ट निकट नहीं आवे । भूत – पिशाच सभी डर जावे ।।
जो कोई पुत्र हीन नर ध्यावे । निश्चय ही वो नर सुत पावे ।।
आपने डुबत नाव उबारी । नमक किया मिश्री को सारी ।।
पीरो को परचा आप दीना । नीर सरोवर खारा कीना ।।
आपने पुत्र दिया दलजी को । ग्यान दिया आपने हरजी को ।।
सुगणा का दु:ख आप हर लीना । पुत्र मरा सरजीवन कीना ।।
जो कोई आपको सुमरन करते । उनके हित पग आगे धरते ।।
जो कोई टेर लगता तेरी । करते बापजी तनिक ना देरी ।।
विविध रूप धर भैरव मारा । जांभाजी को परचा दे डाला ।।
जो कोई शरण आपरे आवे । मन इच्छा पूर्ण हो जावे ।।
नयन हीन के तुम रखवारे । कोढी पांगलो के दु:ख टारे ।।
नित्य पढे चालीसा कोई । सुख सम्पत्ति वाके घर होई ।।
जो कोई भक्ति भाव से ध्याते । मन वांछित फल वो नर पाते ।।
मैं भी सेवक हूं प्रभुजी तेरा । काटो जन्म – मरण का फेरा ।।
जय – जय हो प्रभु लीला तेरी । पार करो प्रभुजी नैया मेरी ।।
करता भक्त विनय प्रभुजी तेरी । करहूं नाथ आप मम उर डेरी ।।
।। दोहा ।।
भक्त समझ किरपा करो नाथ पधारो दौड़ ।
विनती है प्रभू आपसे भक्त करे कर जोड़ ।।
यह चालीसा नित्य उठ पाठ करे जो कोय ।
मन वांछित फल पाय वो सुख सम्पत्ति घर होय ।।
बोलो श्री रामदेव जी महाराज री जय
प्रभुजी श्री रामदेव जी महाराज री जय
चौबीस पर्चे – बाबा रामदेव
॥ चौपाई ॥
जय जय रामदेव सुर राया।
अजमल पुत्र अनोखी माया॥
विष्णु रूप सुर नर के स्वामी।
परम प्रतापी अन्तर्यामी॥
ले अवतार अवनि पर आए।
तंवर – वंश अवतंश कहाए॥
संत जनों के कारज सारे।
दानव दैत्य दुष्ट संहारे॥
परच्या प्रथम पिता को दीन्हा।
दूध परीण्डा मांही कीन्हा॥
कुमकुम पद पोली दर्शाये।
ज्योंही प्रभु पलने प्रगटाये॥
परचा दूजा जननी पाया।
दूध उफणता चरा उठाया॥
परचा तीजा पुरजन पाया।
चिथड़ों का घोड़ा ही साया॥
परच्या चौथा भैरव मारा।
भक्त जनों का कष्ट निवारा॥
पंचम परच्या रतना पाया।
पुंगल जा प्रभु फंद छुड़ाया॥
परच्या छठा विजयसिंह पाया।
जला नगर शरणागत आया॥
परच्या सप्तम् सुगना पाया।
मुवा पुत्र हंसता भग आया॥
परच्या अष्टम् बौहित पाया।
जा परदेश द्रव्य बहु लाया॥
भंवर डूबती नाव उबारी।
प्रगत टेर पहुँचे अवतारी॥
नवमां परच्या वीरम पाया।
बनियां आ जब हाल सुनाया॥
दसवां परच्या पा बिनजारा।
मिश्री बनी नमक सब खारा॥
परच्या ग्यारह किरपा थारी।
नमक हुआ मिश्री फिर सारी॥
परच्या द्वादश ठोकर मारी।
निकलंग नाड़ी सिरजी प्यारी॥
परच्या तेरहवां पीर परी पधारया।
ल्याय कटोरा कारज सारा॥
चौदहवां परच्या जाभो पाया।
निजसर जल खारा करवाया॥
परच्या पन्द्रह फिर बतलाया।
राम सरोवर प्रभु खुदवाया॥
परच्या सोलह हरबू पाया।
दर्श पाय अतिशय हरषाया॥
परच्या सत्रह हर जी पाया।
दूध थणा बकरया के आया॥
सुखी नाडी पानी कीन्हों।
आत्म ज्ञान हरजी ने दीन्हों॥
परच्या अठारहवां हाकिम पाया।
सूते को धरती लुढ़काया॥
परच्या उन्नीसवां दल जी पाया।
पुत्र पाय मन में हरषाया॥
परच्या बीसवां पाया सेठाणी।
आये प्रभु सुन गदगद वाणी॥
तुरंत सेठ सरजीवण कीन्हा।
उक्त उजागर अभय वर दीन्हा॥
परच्या इक्कीसवां चोर जो पाया।
हो अन्धा करनी फल पाया॥
परच्या बाईसवां मिर्जो चीहां।
सातो तवा बेध प्रभु दीन्हां॥
परच्या तेईसवां बादशाह पाया।
फेर भक्त को नहीं सताया॥
परच्या चौबीसवां बख्शी पाया।
मुवा पुत्र पल में उठ धाया॥
जब-जब जिसने सुमरण कीन्हां।
तब-तब आ तुम दर्शन दीन्हां॥
भक्त टेर सुन आतुर धाते।
चढ़ लीले पर जल्दी आते॥
जो जन प्रभु की लीला गावें।
मनवांछित कारज फल पावें॥
यह चालीसा सुने सुनावे।
ताके कष्ट सकल कट जावे॥
जय जय जय प्रभु लीला धारी।
तेरी महिमा अपरम्पारी॥
मैं मूरख क्या गुण तब गाऊँ।
कहाँ बुद्धि शारद सी लाऊँ॥
नहीं बुद्धि बल घट लव लेशा।
मती अनुसार रची चालीसा॥
दास सभी शरण में तेरी।
रखियों प्रभु लज्जा मेरी॥
बाबा रामदेव जी की आरती – Baba Ramdev Ji Ki Sabhi Aarti in Hindi
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घर अजमल अवतार लियो।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
गंगा जमुना बहे सरस्वती।
रामदेव बाबो स्नान करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
घिरत मिठाई बाबा चढे थारे चूरमो
धुपां री महकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
ढोल नगाङा बाबा नोबत बाजे
झालर री झणकार पङे
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
दूर-दूर सूं आवे थारे जातरी
दरगा आगे बाबा नीवण करे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
हरी सरणे भाटी हरजी बोले।
नवों रे खण्डों मे निसान घुरे।
लाछां सुगणा करे थारी आरती।
हरजी भाटी चंवर ढोले।
पिछम धरां सूं म्हारा पीर जी पधारिया।
Ramdev Pir Chalisa/24Parche Hinglish
Chaupai
Jay Jay Ramdev sur raaya
ajamal putr anokhee maya
vishnu roop sur nar ke svaamee
param prataapee antaryaamee
Le avataar avani par aaye
tanvar vansh avatansh kahaaye
sanj janon ke kaaraj saare
danav daity dusht sanhaare
Parachya pratham pita ko deenha
dosh pareenda maahee keenha
kumakum pad polee darshaaye
jyonhee prabhu palane pragataaye
Paracha dooja jananee paya
doodh uphanata chara uthaya
paracha teeja purajan paya
chithadon ka ghoda hee saya
Parachya choutha bhairav mara
bhakt janon ka kasht nivara
pancham parachya ratana paya
pungal ja prabhu phand chhudaya
Parachya chhatha vijayasinh paya
jala nagar sharanaagat aya
parachya saptam sugana paya
muva putr hansata bhag aya
Parachya ashtam bauhit paya
ja paradesh dravy bahu laya
bhanvar doobatee naav ubaree
pragat ter pahunche avataree
Navaman parachya veeram paya
baniyan aa jab haal sunaya
dasavan parachya pa binajara
mishree banee namak sab khara
Parachya gyaarah kirapa thaaree
namak hua mishree phir saaree
parachya dvaadash thokar maaree
nikalang naadee sirajee pyaaree
Parachya terahavaan peer paree padharaya
lyaay katora kaaraj sara
chaidahavaan parachya jaabho paya
nijasar jal khaara karavaya
Parachya pandrah phir batalaya
raam sarovar prabhu khudavaya
parachya solah haraboo paya
darsh paay atishay harashaya
Parachya satrah har jee paya
doodh thana bakaraya ke aya
sukhee naadee paanee keenhon
aatm gyaan harajee ne deenhon
Parachya athaarahavaan haakim paya
soote ko dharatee ludhakaya
parachya unneesavaan dal jee paya
putr paaya man mein harashaya
Parachya beesavaan paya sethanee
aye prabhu sun gadagad vanee
turant seth sarajeevan keenha
ukt ujaagar abhay var deenha
Parachya ikkeesavan chor jo paya
ho andha karanee phal paya
parachya baeesavan mirjo cheehan
saaton tava bedh prabhu deenhan
Parachya teeesavaan badashah paya
pher bhakt ko nahin sataya
parachya choubeesavan bakhshee paya
muva putr pal mein uth dhaya
Jab-Jab jisane sumaran keenhaan
tab-tab aa tum darshan deenhaan
bhakt ter sun aatur dhaate
chadh leele par jaldee aate
Jo jan prabhu kee leela gaven
manavaanchhit kaaraj phal paaven
yah chaaleesa sune sunaave
taake kasht sakal kat jave
Jay Jay jay prabhu leela dhaaree
teree mahima aparampaaree
main moorakh kya gun tav gaoon
kahaan buddhi shaarad see laoon
Nahin buddhi bal ghat lavalesha
matee anusaar rachee chaaleesa
daas sabhee sharan mein teree
rakhiyon prabhu lajja meree