Read: बूँदी जिला,आज के आर्टिकल में हम बूँदी (Bundi) जिला के बारे में विस्तार से जानेंगे, इस जिले से जुड़ी हर नई जानकारी पढेंगे। बूँदी जिले का क्षेत्रफल,भौगोलिक स्थिति,विधानसभा क्षेत्र, बूँदी जिले का मानचित्र, बूँदी जिले की सीमा, Bundi jila ka Naksha, Bundi jila Map, Bundi jile ka Manchitra, Bundi district tehsil list, Bundi jila number, Rajasthan ka New Jila।
बूँदी जिला का नक्शा | Bundi District Map
बूँदी जिले की भौगोलिक स्थिति- Geography of Bundi District
जिला नाम | बूँदी |
राज्य | राजस्थान |
शुभंकर | सुरखाब |
प्राचीन नाम | फर्रुखाबाद |
क्षेत्रफल | ज्ञात नहीं |
जनसंख्या (2011) | ज्ञात नहीं |
भाषा | राजस्थानी , हिंदी |
पिनकोड | 323001 |
राजस्व गाँव | ज्ञात नहीं |
जलवायु | आर्द्र जलवायु |
बूँदी जिले में कौन -कौन सी तहसीलें शामिल होगी?
क्रम संख्या | तहसील नाम |
1. | बूँदी |
2. | हिंडोली |
3. | नेनवा |
4. | इंद्रगढ़ |
5 | तालेड़ा |
6 | रायथल |
7. | केशोरायपाटन |
बूँदी जिला विशेष:
- बूंदी जिले से स्पर्श करने वाले जिले(6) – शाहपुरा, टोंक, सवाईमाधोपुर, कोटा, चित्तोड़गढ़, भीलवाड़ा।
- उपनाम : बावड़ियों का शहर,राजस्थान की छोटी काशी, वृदावंती ।
- बूंदी की नींव बूंदा ने रखी बूंदी को छोटी काशी और वृन्दावती के नाम से जाना जाता था।
- यहाँ राजस्थान की प्रथम तेल रिफायनरी चम्बल नदी के किनारे स्थापित की गई है।
- गरदङा – छाजा नदी के किनारे स्थित इस स्थान पर बर्ड राइड राॅक पेन्टिंग प्राप्त हुई है।
- केशोरायपाटन शुगर मिल्स(1965ई .) – हाल ही में इसे बंद करने की घोषणा की गई है।
- बूँदी का नाम बूँदी के अंतिम मीणा राजा जैता के दादा बंदू के नाम पर रखा गया। बूँदी को राजस्थान की छोटी काशी कहा जाता है क्योंकि यहाँ काशी की तरह हिन्दू मंदिरों का बाहुल्य है।
- शुभंकर – सुरखाब
- बावन-बयालीस – बूँदी के दक्षिणी-पूर्वी भाग का उपनाम।
- भीमलत जल प्रपात – मांगली नदी (बूँदी)
- रामगढ़ विषधारी अभयारण्य – (बूँदी)
- 84 खम्बों की छतरी – राव अनिरुद्ध द्वारा निर्मित ।
विशेष : 84 खंभों की छतरी का निर्माण राव अनिरुद्धसिंह हाड़ा ने अपने धर्म भाई देवा धाभाई (गुजर) की स्मृति में करवाया था।
- राज्य का प्रथम सीमेंट कारखाना(1915ई .) – लाखेरी,इंद्रगढ़(बूंदी)।
- तेजा जी महाराज का पवित्र तीर्थ – बांसी दूगारी।
- जैतसागर झील – बूंदी
- भगवान परशुराम की तपोस्थली – केशोरायपाटन(बूँदी)
FAQ – Ajmer
1 . रानी जी की बावड़ी कहाँ स्थित है?
उत्तर – रानी जी की बावड़ी बूंदी में स्थित है। इसका निर्माण 1699 ई. में राव अनिरुद्ध की रानी नाथावती द्वारा करवाया गया था। यह राजस्थान की सबसे बड़ी बावड़ी है। इसे बावड़ियों का सिरमौर कहा जाता है। 29 दिसम्बर 2017 को इस पर डाक टिकट जारी किया गया था।
2. बावड़ियों का शहर किसे कहा जाता है?
उत्तर – बूंदी को बावड़ियों का शहर कहा जाता है।
3. प्रसिद्ध 84 खम्भों की छतरी कहाँ स्थित है?
उत्तर – यह बूंदी में स्थित है इस छतरी का निर्माण 1683 ई. में राव अनिरुद्ध के द्वारा अपनी पत्नी धाबाई की याद में करवाया था।