Acid Rain in Hindi – अम्लीय वर्षा : प्रकार, कारण, दुष्परिणाम एवं समाधान

amliya varsha

आज के आर्टिकल में हम अम्लीय वर्षा (Acid Rain in Hindi) के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे ,अम्लीय वर्षा के कारण,प्रभावों और इसके समाधान के बारे में चर्चा करेंगे। अम्लीय वर्षा – Amliya Varsha Kya Hai अम्लीय वर्षा क्या है – Amliya Varsha Kya Hai वर्षा के पानी के साथ वायुमण्डल में घुली रासायनिक … Read more

Dhruv Tara – ध्रुव तारा || ध्रुव तारे की रहस्यमयी कहानी

Dhruv Tara

आज के आर्टिकल में हम ध्रुव तारे(Dhruv Tara) के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले है ,ध्रुव तारा की कहानी,ध्रुव तारा की पहचान कैसे करें,ध्रुव तारा स्थिर क्यों दिखाई देता है?,ध्रुव तारा कब उगता है,इन सब पर चर्चा करने वाले है। ध्रुव तारा – Dhruv Tara ध्रुव तारा क्या है- Dhruv Tara Kya Hai? … Read more

Pollution in Hindi – पर्यावरण प्रदूषण क्या है – पूरी जानकारी पढ़ें

Pollution in Hindi

आज के आर्टिकल में हम पर्यावरण प्रदूषण(Paryavaran Pradushan) के बारे में जानने वाले है इसके अंतर्गत हम पर्यावरण प्रदूषण क्या है(Pradushan Kya Hai), पर्यायवरण प्रदूषण किसे कहते है (Paryavaran Pradushan kise kahate Hain), प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं(Pradushan Kitne Prakar ke Hote Hain), वायु प्रदूषण क्या है(Vayu pradushan kya hai), जल प्रदूषण क्या है(Jal … Read more

Cell Theory-कोशिका सिद्धान्त || जीव विज्ञान

Cell Theory

आज की इस पोस्ट में कोशिका सिद्धांत (The Cell Theory) के बारे में जानकारी दी गई है तथा विभिन्न वैज्ञानिको के कोशिका सिद्धांत के  सिद्धांत भी दिए गए है कोशिका सिद्धान्त (The Cell Theory) सरल सूक्ष्मदर्शी की खोज ने वैज्ञानिकों को विभिन्न प्रकार के जीवधारियों के गहन अध्ययन का अवसर प्रदान किया। एम. श्लीडेन (M. … Read more

Modifications of Root-मूलों के रूपान्तरण

मूलों के रूपान्तरण

आज की पोस्ट में हम मूलों के रूपान्तरण(Modifications of Root) किस प्रकार से होता है ,इसके बारे में विस्तार से समझेंगे | मूलों के रूपान्तरण (Modifications of Root) कुछ जङें विशिष्ट कार्य हेतु अपने आकार तथा संरचना में बदलाव कर लेती है, इन जङों को रूपान्तरित मूलें (modified roots) कहते है। ये विशिष्ट कार्य कार्यिकीय … Read more

Algae Classification -शैवालों का वर्गीकरण-Biologhy

Algae Classification

शैवालों का वर्गीकरण (Classification of Algae) में सर्वमान्य तथा सर्वाधिक प्रचलित एफ. ई. फ्रीश्च (F.E. Fritsch) है। शैवालों के विषय में प्रथम जानकारी हमें चीन के साहित्य में मिलती है जहाँ नाॅनस्टाॅक (Nostoc) को भोजन के रूप में तथा लेमिनेरिया (Laminaria) को औषधि के रूप में प्रयोग किया गया। फाइकोस (Phykos) शब्द का अर्थ है … Read more

Endoplasmic reticulum- अन्त:र्द्रव्यी जालिका

Endoplasmic reticulum

अन्तर्द्रव्यी जालिका की संरचना- कोशिका द्रव्य में केन्द्रक कला से लेकर कोशिका कला तक तरल से भरी एकल कलाबद्ध अन्तः सम्बन्धित चैनलों (channels) का एक जाल बिछा रहता है। यह जाल ही अन्तःर्द्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum) कहलाता है। इस जाल की संरचना निम्न तीन प्रकार के अवयवों से होती है- 1. सिस्टर्नी (Cisternae)- यह तरल … Read more

Differerences between Plant and animal cell-पादप कोशिका एवं जन्तु कोशिका

Differerences between Plant and animal cell

आज की पोस्ट में हम पादप कोशिका एवं जन्तु कोशिका में अन्तर(Differerences between Plant and animal cell) को समझेंगे | पादप कोशिका एवं जन्तु कोशिका में अन्तर (Differerences between Plant and animal cell)     क्र.स.                  लक्षण पादप कोशिका जन्तु कोशिका 1. कोशिका भित्ति (Cell wall) उपस्थित, … Read more

Mitochondria Structure-Biology || माइटोकाॅन्ड्रिया

mitochondria structure

आज की पोस्ट में हम माइटोकाॅन्ड्रिया की सरंचना(Mitochondria Structure) को विस्तार से समझेंगे | History of mitochondria माइटोकाॅन्ड्रिया का इतिहास (History of mitochondria)-सर्वप्रथम कोलीकर (Kolliker ; 1880) ने माइटोकाॅन्ड्रिया को कीटों की रेखित पेशियों में देखा। फ्लेमिंग (Flemming; 1882) ने इन संरचनाओं को फाइला (Fila) तथा अल्टमान (Altman; 1814) ने बायोप्लास्ट नाम दिया। इनकी खोज … Read more

मानव नेत्र की संरचना – Manav Netra ki Sanrachna

आज के आर्टिकल में हम मानव नेत्र की सरंचना और इसके आंतरिक अंगों (Manav Netra ki Sanrachna) के  बारे में विस्तार से पढेंगे। नेत्र की संरचना – Manav Netra ki Sanrachna दोस्तो जैसा कि आप जानते है कि मानव नेत्र की कार्यप्रणाली एक अत्याधुनिक ऑटोफोकस कैमरे की तरह होती है। नेत्र लगभग 2.5 सेमी व्यास … Read more