आज के आर्टिकल में हम राजस्थान के नए राज्य मरू प्रदेश (Maru Pradesh New State) पर विस्तार से चर्चा करने वाले है इससे जुड़े महत्त्वपूर्ण तथ्यों पर चर्चा करेंगे
मरू प्रदेश – Maru Pradesh New State
मरु प्रदेश क्या है?
यदि राजस्थान का दो भागों में बांटता है तो थार रेगिस्तान के हिस्से वाले 20 जिले मरुप्रदेश में शामिल हो सकते है।
मरुप्रदेश में क्या है ख़ास?
नाम(राज्य) | मरू प्रदेश |
क्षेत्रफल | 2,13,883 वर्ग किमी. |
जनसंख्या | 2,85,65, 500 |
साक्षरता | 63.80 |
शिक्षित बेरोजगार | 8 लाख |
प्रति व्यक्ति आय | 252 रु. |
कितने जिले होंगे शामिल | 20 |
खनिज उत्पादन(देश के संदर्भ में) | 14.70% |
पहले भी मरुप्रदेश बनाने की उठी मांग –
जब प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2000 में तीन नए राज्यों का निर्माण किया, तब राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने कहा कि एक मरुप्रदेश के निर्माण से राजस्थान के समग्र विकास और देश की आंतरिक सुरक्षा में मदद मिलेगी।
पश्चिमी राजस्थान के विकास में तेजी –
पत्रिका की न्यूज –
किस भौगालिक प्रदेश में कितने नए जिले होंगे –
- रेतीला प्रदेश – अब 20 नए जिले
- अरावली क्षेत्र – पहले 13 जिले थे, अब सात नए जिले शामिल हुए है। इसमें सलूम्बर, ब्यावर, केकड़ी, दूदू, जयपुर ग्रामीण, कोटपूतली-बहरोड़ और खैरथल-तिजारा है। जयपुर ग्रामीण और खैरथल-तिजारा जिला पूर्वी मैदान का भी हिस्सा है।
- पूर्वी मैदान – पहले दस जिले थे, अब पांच नए जिले शामिल हुए है। इसमें गंगापुर सिटी, डीग और शाहपुरा है।
- दक्षिणी-पूर्वी पठारी प्रदेश – कोई बदलाव नहीं हुआ। अब भी इसमें सात जिले है।
- अरावली प्रदेश के पश्चिमी हिस्से को मरुप्रदेश कहते है। वर्तमान में यहां जिलों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
मरू प्रदेश के जिले
अनूपगढ़ जिले का नक्शा | Anupgarh District Map
अनूपगढ़ (Anupgarh) को राजस्थान का नया जिला दिनांक 17मार्च 2023 को बनाया गया है। इसकी अधिसूचना 4 अगस्त 2023 को जारी हो गयी है । अनूपगढ़ जिले को श्रीगंगानगर और बीकानेर जिले से अलग करके बनाया गया है। श्रीगंगानागर से रायसिंहनगर, विजयनगर, अनूपगढ़, घडसाना और रावला और बीकानेर से खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को मिलाकर अनूपगढ़ जिले का निर्माण हुआ है। अनूपगढ़ जिले में 6 उपखंड और सात तहसील बनाये गए है इसका मुख्यालय घग्गर नदी के किनारे बसा हुआ है और पाकिस्तान की सीमा के नजदीक है। अनूपगढ़ जिले की आकृति शेर के समान है। ऐतिहासिक तौर पर लैला मजनू की मजार अनूपगढ़ जिला मुख्यालय के सीमावर्ती गांव बिंजौर में स्थित है। अनूपगढ़ जिला मुख्यालय पर सीमा सुरक्षा बल की 23 वीं वाहिनी भी स्थित है।
अनूपगढ़ जिले की भौगोलिक स्थिति:
जिला नाम | अनूपगढ़ |
जिला बनाने की घोषणा | 17 मार्च 2023 |
जिले की अधिसूचना | 5 अगस्त 2023 |
राज्य | राजस्थान |
तहसील | 7 |
उपखंड | 6 |
क्षेत्रफल | 5,165 वर्ग किलोमीटर |
जनसंख्या (2011) | 8 लाख 69 हजार 842 |
भाषा | राजस्था नी ,पंजाबी , हिंदी |
टेलीफ़ोन कोड | 01498 |
अनूपगढ़ जिले की तहसील के अनुसार जनसंख्या
क्रम संख्या | तहसील नाम | जनसंख्या |
1. | अनूपगढ़ | 184423 |
2. | रावला | – |
3. | घड़साना | 171830 |
4. | खाजूवाला | 88730 |
5. | श्रीविजयनगर | 127345 |
6. | रायसिंहनगर | 196455 |
7. | छत्तरगढ़ | 82488 |
अनूपगढ़ जिले में कौन -कौन सी तहसीलें शामिल होगी?
क्रम संख्या | तहसील नाम |
1. | अनूपगढ़ |
2. | रावला |
3. | घड़साना |
4. | खाजूवाला |
5. | श्रीविजयनगर |
6. | रायसिंहनगर |
7. | छत्तरगढ़ |
अनूपगढ़ जिले में शामिल सब – तहसीलें :
क्रम संख्या | सब – तहसील |
1. | समेजा |
2. | जैतसर |
3. | मुकलावा |
4. | 365 हेड |
5. | रामसिंहपुर |
अनूपगढ़ जिला विशेष
- सीमावर्ती जिले – श्रीगंगानागर, बीकानेर
- अनूपगढ़ बहिवर्ती जिला है। यह अंतर्राज्यीय सीमा नहीं बनाता है लेकिन अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान के साथ बनाता है ।
- अनूपगढ़ के संस्थापक राजा अनूप सिंह थे
- अनूपगढ़ का पुराना नाम चुंघेर था
- घग्घर नदी के निकट जिला मुख्यालय
- बीरबल दिवस – रायसिंहनगर
- लेला मजनू का मेला यहाँ लगता है , जो वर्ष में दो बार लगता है।
- डाडा पम्पाराम का मेला (विजयनगर)
- रावला – घडसाना किसान आन्दोलन 2004-05 (केजरीवाल जांच आयोग)
- बादलगढ़ फोर्ट
- केलवाड़ दुर्ग
- अम्बेर फोर्ट,रामगढ़ फोर्ट
- रोजड़ी बाला जी का मंदिर – रोजड़ी(अनूपगढ़)
- जलवायु – अर्धशुष्क जलवायु
दर्शनीय स्थल:
- 16 वीं और 17 वीं शताब्दियों में अनूपगढ़ का नाम चूंघेर था। 1678 ई. में यहाँ एक नवीन दुर्ग का निर्माण करवाया गया। जिसका नाम बीकानेर महाराजा अनूपसिंह के नाम पर अनूपगढ़ रखा गया।
- गुरुद्वारा बुड्ढा जोहड़ ,विजयनगर – सिक्खों का परम धार्मिक स्थल बुढ़ा जोहङ गुरुद्वारा गंगानगर जिला मुख्यालय से 85 किमी. दूर स्थित है। बुढ़ा जोहङ गुरुद्वारे का निर्माण संत फतहसिंह ने करवाया था। इस गुरुद्वारे में प्रतिवर्ष अगस्त माह की अमावस्या को मेला भरता है। स्वर्ण मंदिर के बाद यह सिक्खों का सबसे बङा गुरुद्वारा है।
- लैला मजनू मजार, बिंजौर(अनूपगढ़)
- अनूपगढ़ दुर्ग – इसका निर्माण बीकानेर महाराजा अनूपसिंह ने करवाया था।
- बीरबल स्मारक – रायसिंहनगर। बीरबल दिवस 1 जुलाई को मनाया जाता है।
बालोतरा जिले का नक्शा | Balotra District Map
बालोतरा जिला राजस्थान के दक्षिणी भाग में स्थित है यहां 17 मार्च 2023 को इसे जिला बनाने की घोषणा की गयी थी। वर्तमान में राजस्थान में कुल 50 जिले हो गए पहले राजस्थान में 33 जिले थे 19 नए जिले के निर्माण के बाद अब 50 जिले हो गए। बालोतरा को एक नया जिला घोषित कर दिया गया है इससे पूर्व या बाड़मेर जिले के अंतर्गत आता था। बालोतरा जिले में सात तहसीलें आती है। बालोतरा राजस्थान का एक औद्योगिक क्षेत्र भी माना जाता है, क्योंकि यहां से देश भर में कपड़े की आपूर्ति होती है। बालोतरा के पचपदरा में एशिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी भी निर्माणाधीन है।
बालोतरा जिले की भौगोलिक स्थिति:
जिला नाम | बालोतरा |
राज्य | राजस्थान |
क्षेत्रफल | – |
जनसंख्या (2011) | 10 ,40000 |
भाषा | राजस्थानी , हिंदी |
टेलीफ़ोन कोड | – |
बालोतरा जिले में शामिल तहसीलें :
क्रम संख्या | तहसील नाम |
1. | गिड़ा |
2. | बायतु |
3. | सिणधरी |
4. | पंचभदरा |
5. | सिवाना |
6. | कल्याणपुर |
7. | समदड़ी |
बालोतरा जिला विशेष :
- उपनाम – बाला की ढाणी, वस्त्र नगरी, पोपलिन नगरी।
- लूनी नदी के किनारे ।
- जलवायु – अर्धशुष्क
- कृषि जलवायु प्रदेश – IIB
- रंगाई और छपाई के लिए प्रसिद्ध।
- बजरंग पशु मेला – सिणधरी(बालोतरा)।
- मल्लिनाथ का मेला – तिलवाड़ा(बालोतरा)
- पंचपदरा झील – पंचपदरा, बालोतरा
- पार्श्वनाथ का मंदिर ,भेरव बाबा का मंदिर , मेवा नगर (नाकोड़ा)।
- संत पीपा जी का मंदिर (समदडी,बालोतरा)।
- बाँकीदास जन्म (भान्डियावास,पंचपदरा), इन्हें मारवाड़ का बीरबल भी कहा जाता है।
- पेट्रो रिफायनरी – पंचपदरा(बालोतरा)।
- अजरक प्रिंट – बालोतरा
- मलीर प्रिंट – बालोतरा
- प्रमुख फसलें – अनार, मुंग, मोठ, बाजरा
- बालोतरा से NH – 325 और NH – 25 गुजरता है
प्रमुख स्थल :
जसोल मंदिर(बालोतरा) –
यह माता भटियानी माता का मंदिर है। यहाँ इनकी निर्वाण स्थली है।
नाकोड़ा का मंदिर –
इसकी स्थापना कीर्तिरत्न सूरी ने की। इसे मेवानगर भी कहा जाता है। यह जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ को समर्पित है। नाकोड़ा मंदिर में समावरण मंदिर है ।
- रूपा दे का मंदिर – पालिया गाँव
- गोयनेश्वर महादेव मंदिर – डंडाली गाँव (बायतु)
ब्रह्मा मंदिर :
आसोतरा (बालोतरा), इसका निर्माण खेताराम जी द्वारा किया गया है । भारत का दूसरा ब्रह्मा मंदिर है । यह संगमरमर से बना हुआ है।
- नागेणीची माता मंदिर – नागाणा (बालोतरा)
- आंगी गैर – कनाना गाँव (बालोतरा)
श्री मल्लीनाथ पशु मेला –
- यह मेला तिलवाङा (बालोतरा) में स्थित है।
- यह मेला वि.सं. 1431 को प्रारंभ हुआ।
- यह मेला चैत्र कृष्ण 11 से चैत्र शुक्ल 11 (अप्रैल) को लगता है।
- यह पशु मेला थारपारकर नस्ल के लिए प्रसिद्ध है।
- राज्य का सबसे प्राचीनतम पशु मेला मल्लीनाथ पशु मैला है जो लूणी नदी के किनारे पर लगता है।
- राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा पहली बार वर्ष 1957 में राज्य स्तरीय दर्जा।
- इस मेले में ऊँट, घोङा और रथों के सुडौल बैलों की बिक्री होती है।
- इस पशु मेले में कांकरेज नस्ल के बैल, मलानी नस्ल के घोङे और ऊँटों की बिक्री जोर-शोर से की जाती है।
- श्री मल्लीनाथ पशु मेला वीर योद्धा रावल मल्लिनाथ की स्मृति में आयोजित किया जाता है।
- मल्लीनाथ पशु मेला देशी महीनों के अनुसार सबसे पहले आने वाला पशु मेला है।
- इस पशु मेले में सांचोर की नस्ल के बैलों के और मालानी नस्ल के घोङे और ऊँट की भी बिक्री होती है।
- विक्रम संवत् 1831 में मल्लीनाथ के गद्दी पर आसीन होने के शुभ अवसर पर एक विशाल समारोह का आयोजन किया गया था उस समय से यह मेला लगता है।
सिवाना दुर्ग –
इस दुर्ग को वीर नारायण पंवार द्वारा 946 ईस्वी में बनया गया था। इस दुर्ग में अजीत सिंह का दरवाजा है। इस दुर्ग में दो शाके हुए है। यहाँ भांडेलाव तालाब स्थित है। यह किला बालोतरा में हल्देश्वरपहाड़ी पर स्थित है । इस दुर्ग को मारवाड़ की संकटकालीन राजधानी कहा जाता है।
खेड़ – यह वैष्णव सम्प्रदाय का तीर्थ स्थल है । लूनी नदी के किनारे स्थित इस स्थान पर श्री रणछोड़ राय जी का मंदिर है । यह स्थल रेबारी जाति के लिए आस्था का केंद्र है ।
नीम का थाना जिले का नक्शा | Neem Ka Thana District Map
नीम का थाना जिले का निर्माण सीकर व झुंझुनू जिले हुआ है। सीकर जिले से श्री माधोपुर और नीम का थाना उपखंड लिए गए है और झुंझुनू जिले से खेतड़ी और उदयपुरवाटी उपखंड लिए गए है। नीम का थाना हरियाणा के साथ अन्तर्राज्यीय सीमा बनाता है।
नीम का थाना जिले की भौगोलिक स्थिति- Geography of Neem Ka Thana District
जिला नाम | नीम का थाना |
राज्य | राजस्थान |
संभाग | सीकर |
क्षेत्रफल | पता नहीं |
जनसंख्या (2011) | पता नहीं |
भाषा | राजस्थानी , हिंदी |
पिनकोड | 332713 |
नीम का थाना जिले में कौन -कौन सी तहसीलें शामिल होगी?
क्रम संख्या | तहसील नाम |
1. | खेतड़ी |
2. | उदयपुरवाटी |
3. | पाटन |
4. | नीम का थाना |
5. | माधोपुर |
नीम का थाना विशेष :
- नीम का थाना जिले के साथ सीमा बनाने वाले जिले (4) – सीकर, झुंझनु, जयपुर ग्रामीण, कोटपुतली – बहरोड़
- नीम का थाना जिला सिर्फ एक राज्य हरियाणा से सीमा बनाता है
- तोरावटी बेसिन – नीम का थाना
- मालखेत की चोटी – नीम का थाना
- लोहार्गल की चोटी – नीम का थाना
- बाबाई की चोटी – नीम का थाना
- गणेश्वर सभ्यता(ताम्रयुगीन सभ्यता की जननी) – नीम का थाना
- सुनारी सभ्यता – खेतड़ी (नीम का थाना, उत्खनन कार्य 1980 – 81 में हुआ)
- ताम्र जिला – नीम का थाना
- पन्नाशाह तालाब – नीम का थाना
- पंसारी की हवेली – श्रीमाधोपुर (नीम का थाना)
- खेतड़ी का महल – नीम का थाना
- रामनारायण चौधरी का संबंध है – नीम का थाना (रामनारायण चौधरी का संबंध बेंगु और बिजोलिया किसान आन्दोलन से है)
- राजस्थान की ताम्र नगरी – खेतड़ी
- महासती रूप कंवर का संबंध है – दिवराला(नीम का थाना)
- पीथमपूरी की झील(मीठे पानी की झील) – नीम का थाना
- कच्छीघोड़ी और गीदड़ नृत्य प्रसिद्ध है – नीम का थाना
फलौदी जिले का नक्शा | Phalodi District Map
हाल ही में राजस्थान के 19 जिलों में फलौदी को भी नया जिला बनाया गया है। इसे जोधपुर से अलग कर जिला बनाया गया है। इस जिले में 9 तहसील है। फलौदी जिले को नमक नगरी भी कहते है।
फलौदी जिले की भौगोलिक स्थिति- Geography of Phalodi District
जिला नाम | फलौदी |
राज्य | राजस्थान |
क्षेत्रफल | पता नहीं |
जनसंख्या (2011) | पता नहीं |
भाषा | राजस्थानी , हिंदी, मारवाड़ी |
पिनकोड | 342301 |
फलौदी जिले में कौन -कौन सी तहसीलें शामिल होगी?
क्रम संख्या | तहसील नाम |
1. | नोख |
2. | बाप |
3. | घंटियाली |
4. | फलौदी |
5. | लोहावट |
6. | आहू |
7 | देचू |
8 | बापणि |
9 | सेतरावा |
फलौदी जिला विशेष:
- फलौदी का पुराना नाम – विजयनगर
- सीमावर्ती जिले – बीकानेर, नागौर, जोधपुर ग्रामीण, जैसलमेर
- फलौदी जिला अंतर्वर्ती जिला है
- बाप रन – फलौदी
- थोब रन – फलौदी
- बाप झील,फलौदी झील – खारे पानी की झीलें
- मेघड़ासर तालाब – फलौदी
- राज्य का सबसे बड़ा सोलर पार्क – भड़ला(बाप)
- चर्चित खींचन गाँव (कुरंजा पक्षी की शरणस्थली ) – फलौदी
- फलौदी जिला की आकृति आस्ट्रेलिया के समान है
- लटियाल माता मंदिर – फलौदी
- लोक देवता पाबू जी पेनोरमा – कोलू, फलौदी
- पाबूजी का जन्मस्थान – कोलुमंड ,फलौदी
- सोलर पार्क(नोख) – फलौदी
- कोई भी नदी प्रवाहित नहीं होती है
- सौर उर्जा में प्रथम स्थान
- राजस्थान का सबसे शुष्क जिला – फलौदी जिला
- मेहा जी मांगलिया का मंदिर – फलौदी
राजस्थान जिला दर्शन
- अनूपगढ़ जिला दर्शन
- ब्यावर जिला दर्शन
- बालोतरा जिला दर्शन
- डीग जिला दर्शन
- केकड़ी जिला दर्शन
- जयपुर ग्रामीण जिला दर्शन
- नीम का थाना जिला दर्शन
- खैरथल-तिजारा जिला दर्शन
- कोटपुतली -बहरोड़ जिला दर्शन
- गंगापुर सिटी जिला दर्शन
- डीडवाना -कुचामन जिला दर्शन
- दूदू जिला दर्शन
- फलौदी जिला दर्शन