राजस्थान के संग्रहालय |
संग्रहालय का नाम व स्थान, वर्ष |
1. प्रिंस अलबर्ट म्यूजियम, जयपुर (1876)
विशेष विवरण-- महाराजा रामसिंह के शासन काल में निर्माण।
- यहाँ के शस्त्रागार को ’सिलहखाना’ भी कहते हैं।
- एडबर्ड बेडफोर्ड ने उद्घाटन किया दर्शनीय-ईरान का बहुमूल्य गलीचा।
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2. सिटी पैलेस संग्रहालय, जयपुर (1959)
विशेष विवरण-- यहाँ के शस्त्रागार को ’सिलहखाना’ भी कहते हैं।
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3. श्री रामचरण प्राच्य विद्यापीठ एवं संग्रहालय, जयपुर (1960)
विशेष विवरण –- आचार्य रामचरण शर्मा ’व्याकुल’ द्वारा स्थापित।
- दर्शनीयः हस्तलिखित ग्रंथ, विशिष्ट कलाकृतियाँ एवं दुर्लभ वस्तुओं के साथ मुगल सम्राट बहादुरशाह जफर के बङे पुत्र मिर्जा अब्दुल्ला का वैवाहिक पत्र।
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4. प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय, जयपुर
विशेष विवरण –- वन्य जीव विशेषज्ञ पदम श्री कैलाश सांखला द्वारा निर्मित।
- जीव जन्तुओं, पक्षियों के प्राकृतिक संसार वाला एकमात्र संग्रहालय है।
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5. डाॅल म्यूजियम, जयपुर
विशेष विवरण-- मूक बधिर प्रांगण में स्थापित।
- भगवती बाई सेखरिया चेरिटी ट्रस्ट, जयपुर द्वारा निर्मित।
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6. मेहरानगढ़ संग्रहालय, जोधपुर
विशेष विवरण-- विभिन्न क्षेत्रों में पहनी जाने वाली ’पाग-पगडियाँ’ प्रदर्शित की गई हैं।
- मेहरानगढ़ दुर्ग में स्थापित।
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7. प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर
विशेष विवरण-- प्राच्य विद्या की सामग्री।
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8. लोकवाद्यों का संग्रहालय, जोधपुर
विशेष विवरण-- राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर द्वारा स्थापित।
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9. विक्टोरिया हाॅल म्यूजियम गुलाब बाग, उदयपुर निर्माण-1887, उद्घाटन-1890
विशेष विवरण-- वायसराय लाॅर्ड लेंस डाउन द्वारा उदघाटन किया गया।
- मारवाङ अंचल के लोकवाद्यों का समृद्ध संग्रहालय है।
- मेवाङ में महाराणा फतेहसिंह के शासन काल में हुआ।
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10. सिटी पैलेस म्यूजियम, उदयपुर
विशेष विवरण-- महाराणा अमरसिंह प्रथम द्वारा निर्मित राजमहल (सिटी पैलेस) में स्थित।
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11. आहङ संग्रहालय, आहङ (उदयपुर) (1961)
विशेष विवरण-- राजस्थान पुरातत्त्व विभाग की ओर से संचालित संग्रहालय।
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12. लोक कला संग्रहालय, उदयपुर (1952)
विशेष विवरण-- यह संग्रहालय प्रदर्शनकारी लोक कलाओं का तीर्थ स्थल बना हुआ है।
- भारतीय लोक कला मण्डल परिसर उदयपुर में स्थित।
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13. जनजाति संग्रहालय, उदयपुर (1983)
विशेष विवरण-- माणिक्यलाल वर्मा जनजाति शोध संस्थान, उदयपुर द्वारा स्थापित।
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14. उम्मेद भवन पैलेस संग्रहालय, जोधपुर (छीतर पैलेस) (1929 में शुरू 1942 में कार्य सम्पन्न)
विशेष विवरण-- महाराजाओं के कार्यकाल में हवाई उङानों के माॅडल रखे हुए हैं।
- महाराजा उम्मेद सिंह द्वारा निर्मित।
- छीतर पत्थर से निर्मित इस भवन के वास्तुकार एच. यु. लांचेस्टर (लंदन) तथा इसके सहयोगी जे. आर. लाॅज थे।
- घङियों का अनूठा संग्रहालय।
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15. राजपूताना म्यूजियम, अजमेर (1908)
विशेष विवरण-- अजमेर के ऐतिहासिक दुर्ग अकबर के किले में स्थापित। इसे मैगजीन भी कहते हैं।
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16. गंगा गोल्डन जुबली म्यूजियम, बीकानेर (1937)
विशेष विवरण-- दर्शनीय: सरस्वती की आकर्षक प्रतिमा।
- इटली के विद्वान डाॅ.एल.पी. टेस्सीतोरी द्वारा निर्मित।
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17. करणी म्यूजियम बीकानेर
विशेष विवरण-- इसमें यहाँ के शासकों का जीवनवृत्त दृष्टव्य है।
- जूनागढ़ किले के गंगा निवास में स्थित।
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18. सार्दुल म्यूजियम, बीकानेर
विशेष विवरण-- बीकानेर के लालगढ़ पैलेस में स्थित।
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19. राजकीय संग्रहालय, भरतपुर (1940)
विशेष विवरण-- दर्शनीय 5 फीट लम्बा कुषाणकालीन एक मुखी शिवलिंग को ’उष्णीशी’ रूप में प्रस्तुत किया गया।
- भरतपुर के लोहगढ़ दुर्ग परिसर में स्थित।
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20. संग्रहालय झालावाङ (1915)
विशेष विवरण-- यहाँ चामुण्डा देवी की अनोखी प्रतिमा।
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21. अलवर संग्रहालय
विशेष विवरण-- मेजर हार्वे के योगदान से अलवर राज्य के अंतिम शासक तेजसिंह के शासनकाल में इसकी स्थापना की।
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22. चित्तौङगढ़ संग्रहालय (1940)
विशेष विवरण-- फतह प्रकाश महल में इस संग्रहालय की स्थापना सांस्कृतिक विरासत और पुरा सामग्री के प्रदर्शन के लिए की।
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23. कालीबंगा संग्रहालय, हनुमानगढ़ (1985-86)
विशेष विवरण-- कालीबंगा के उत्खनन से प्राप्त पुरावशेषों का संग्रहालय, हनुमानगढ़ में स्थापित है।
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24. सर छोटूराम स्मारक संग्रहालय, हनुमानगढ़
विशेष विवरण-- हनुमानगढ़ जिले के संगरिया में इस संग्रहालय की स्थापना स्वामी केशवानंद द्वारा की गई।
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25. लोक संस्कृति शोध संस्थान नगर, चूरू (1964)
विशेष विवरण-- स्थापना प्रसिद्ध जांगिङ और उनके परिजनों द्वारा उत्कीर्ण कलाकृतियाँ दर्शायी गई हैं।
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26. नाहटा संग्रहालय सरदार शहर (चूरू)
विशेष विवरण-- स्व. मालचंद जांगिङ और उनके परिजनों द्वारा उत्कीर्ण कलाकृतियाँ दर्शायी गई हैं।
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27. श्री बांगङ राजकीय संग्रहालय, पाली
विशेष विवरण-- यहाँ मानव सभ्यता के उषाकाल से लेकर अद्यावधि तक पल्लवित एवं पुष्पित स्थानीय इन्द्रधनुषी संस्कृति को दर्शाने वाले अवशेषों के साथ सुगाली माता की काली प्रतिमा व जीवन्त स्वामी की कांस्य प्रतिमा दर्शनीय है।
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28. बिङला तकनीकी म्यूजियम, झुँझुनूँ (1954)
विशेष विवरण-- कोलामाइन्स का प्रदर्शन करने वाला होने से पूरे एशिया में अनोखा है।
- पिलानी में बिङला इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलोजी एण्ड साइंस संस्थान के परिसर में स्थित।
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29. लोक सांस्कृतिक संग्रहालय, गङसीसर जैसलमेर (1984)
विशेष विवरण-- साधारण जीवन से जुङी अमूल्य वस्तुओं का दृष्टव्य संग्रह है।
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30. राव माधोसिंह ट्रस्ट संग्रहालय, कोटा (1970)
विशेष विवरण-- कोटा व हाङौती अंचल की कला, संस्कृति एवं ऐतिहासिक धरोहर का संग्रहालय है।
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