आज के आर्टिकल में हम श्री जीण माता की आरती(Shri Jeen Mata Ki Aarti) को पढेंगे। जीण माता चौहानों की कुल देवी मानी जाती है।
श्री जीण माता की आरती – Shri Jeen Mata Ki Aarti
सामान्य परिचय :
जीणमाता का मन्दिर सीकर के दक्षिण में रेवासा गाँव के समीप की पहाड़ियों में स्थित है। हर्ष पर्वत पर स्थित शिलालेख के अनुसार जीणमाता के मन्दिर का निर्माण पृथ्वीराज चौहान (प्रथम) के शासनकाल में करवाया गया था। यह चौहानों की कुल देवी मानी जाती है। जीणमाता की अष्टभुजी मूर्ति एक अवसर पर अढ़ाई प्याले मदिरा पान करती थी। जीणमाता का मेला प्रतिवर्ष चैत्र तथा अश्विन माह के नवरात्रों में भरता है।
Shri Jeen Mata Ki Aarti in Hindi
ओम जय श्री जीण मइया, बोलो जय श्री जीण मइया ।
सच्चे मन से सुमिरे, सब दुःख दूर भया ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
ऊंचे पर्वत मंदिर, शोभा अति भारी ।
देखत रूप मनोहर, असुरन भयकारी ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
महासिंगार सुहावन, ऊपर छत्र फिरे ।
सिंह की सवारी सोहे, कर में खड़ग धरे ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
बाजत नौबत द्वारे, अरु मृदंग डैरु ।
चौसठ जोगन नाचत, नृत्य करे भैरू ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
बड़े बड़े बलशाली, तेरा ध्यान धरे ।
ऋषि मुनि नर देवा, चरणो आन पड़े ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
जीण माता की आरती, जो कोई जन गावे ।
कहत रूड़मल सेवक, सुख सम्पति पावे ॥
ओम जय श्री जीण मइया ।
ओम जय श्री जीण मइया, बोलो जय श्री जीण मइया ।
सच्चे मन से सुमिरे, सब दुःख दूर भया ॥
ओम जय श्री जीण मइया।
Shri Jeen Mata Ki Aarti(Hinglish)
Om Jai Shri Jeen Maiya, Bolo Jai Shri Jeen Maiya.
Sachche Man Se Sumire, Sab Duhkh Door Bhaya.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Oonche Parvat Mandir, Shobha Ati Bhaaree.
Dekhat Roop Manohar, Asuran Bhayakaaree.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Mahaasingaar Suhaavan, Oopar Chhatr Phire.
Singh Kee Savaaree Sohe, Kar Mein Khadag Dhare.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Baajat Naubat Dvaare, Aru Mrdang Dairu.
Chausath Jogan Naachat, Nrty Kare Bhairoo.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Bade Bade Balashaalee, Tera Dhyaan Dhare.
Rshi Muni Nar Deva, Charano Aan Pade.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Jeen Maata Kee Aaratee, Jo Koee Jan Gaave.
Kahat Roodamal Sevak, Sukh Sampati Paave.
Om Jai Shri Jeen Maiya.
Om Jai Shri Jeen Maiya, Bolo Jai Shri Jeen Maiya.
Sachche Man Se Sumire, Sab Duhkh Door Bhaya.
Om Jai Shri Jeen Maiya.